एक पयारा सा एहसास एक खूसनूमा पल जब हमारे दिल से निकल कर एक या चंद लाइनों मे हमारे जेहन मे आ जाती है वही तो शायरी है एक मीठा एहसास थोड़ा सा पयार थोड़ा टकरार सब शायरी मे समा जाती है और जब यही बातें शब्दों का रूप लेकर बड़ी हो जाती है तो वही कहानियां बन जाती है।
Thursday, 5 July 2018
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नपुंसक रोली ने आज फिर अपने ही कमाये पैसे पति से मागें तो उसपर बहुत चिल्लाने लगा और हाँथ भी उठाया।रोली आज कुछ विचलीत थी उसे फैसला लेना ही ...
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नपुंसक रोली ने आज फिर अपने ही कमाये पैसे पति से मागें तो उसपर बहुत चिल्लाने लगा और हाँथ भी उठाया।रोली आज कुछ विचलीत थी उसे फैसला लेना ही ...
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तेरी यादों के साएं को दामन मे छुपाए बैठे हैं जी चाहता है देखती रहूँ हरपल नजरों में बस आप समाए बैठे हैं। किसी और को अब क्या कहुँ खुद ...
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जी चाहता है आज फीर तुमसे मौहब्बत कर लूँ थोड़ी सी आज फिर शरारत कर लूँ तुम ही हो जीसने मुझे जीना सीखाया तुम ही हो जीसने कुछ करना सीखाया...

Wow well donnnnnnnn
ReplyDeleteबहुत खूब ।
ReplyDeleteThanks
ReplyDeleteBahut khubsurat.
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