एक पयारा सा एहसास एक खूसनूमा पल जब हमारे दिल से निकल कर एक या चंद लाइनों मे हमारे जेहन मे आ जाती है वही तो शायरी है एक मीठा एहसास थोड़ा सा पयार थोड़ा टकरार सब शायरी मे समा जाती है और जब यही बातें शब्दों का रूप लेकर बड़ी हो जाती है तो वही कहानियां बन जाती है।
Sunday 23 September 2018
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नपुंसक रोली ने आज फिर अपने ही कमाये पैसे पति से मागें तो उसपर बहुत चिल्लाने लगा और हाँथ भी उठाया।रोली आज कुछ विचलीत थी उसे फैसला लेना ही ...
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मेरी जिंदगी की हर मुस्कान तुम हो मेरी जिंदगी की हर साँस तुम हो तुम नहीं तो हम भी कुछ नहीं मेरी जिंदगी की हर राजदार तुम हो तुम से कोई शि...
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तुझसे की हर मुलाकात भली लगती है चाँदनी रात हो काली रात भली लगती है तेरे आने की खबर जो दे जाती है हवा वो हवाओ की सौगात भली लगती है खो ...
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