Wednesday 25 July 2018

आसान नही है

तू ही तो दुनिया मे तनहा नही है
और भी है गम जिन्हें भूलना आसान नही है
           औरों की तनहाइयों को कम न समझो
           गम हर किसी को हर किसी से कम नही है
एक- एक दिल तनहा है इस जहाने फानी मे
एक तू ही तो अकेला नही है
           हर एक शकस उममीद का दिया जलाता है
           अधंरे राहों को चिराग से जगमगाता है
                          रश्मि Nikki

Saturday 21 July 2018

पता नहीं मालूम

मुझे मेरी मंजिल का पता नहीं मालूम
चल तो परी हूँ पर रास्ता नहीं मालूम
       दिल कहता है मिल जाएगा कोई न कोई
      साथी राह मे पर अपने राहगीर का पता नहीं मालूम
                                 रश्मि Nikki

Wednesday 18 July 2018

जाने के बाद

दिल उनहे ढूंढ रहा है उनके जाने के बाद
अफसाना कहना चाह रहा है वक्त गुजर जाने के बाद

        न पुछो कि अब कब आएंगे वो
        शायद एक जमाना गुजर जाने के बाद
आरजू थी हमें मिल जाए राह में अक्सर
मगर सोचते है अक्सर राह से गुजर जाने के बाद
         चाहता है दिल उनहे कहना हर एक बात
         लफ्ज़ खुलता है मगर उनके जाने के बाद
                                       रश्मि Nikki 

Saturday 14 July 2018

चाहत

इस तरह अपनी चाहत को छुपाया ना कीजिए
राह मे देखकर नजरे चुराया ना कीजिए
जब जी चाहे आकर मिल लेना तुम मुझसे
अपने मिलने कि चाहत को दबाया ना कीजिए
जिस आग मे जल रहे है आप
उस आग मे मुझको जलाया न कीजिए
                            रश्मि

Wednesday 11 July 2018

यादें

तुझसे की हर मुलाकात भली लगती है
चाँदनी रात हो काली रात भली लगती है
तेरे आने की खबर जो दे जाती है हवा
वो हवाओ की सौगात भली लगती है
खो जाती हूं जब कभी अपने आप मे
तेरे आकर चौकाने की अदा भली लगती है
                       रश्मि

Monday 9 July 2018

मौसम

आज कल ये मौसम बदलते भी खूब है
दिल से दिल लगाने की सजा पाते भी खूब है
बदलता नहीं है मौसम हर सू बहार का
ये तेरा दिया गम महफील मे सजाते भी खूब है
न पूछो की हमने ढूढा कहां वफाएँ मौसम को
पर ये हमसे छूपते छूपाते भी खूब है
                        रश्मि Nikki 

Sunday 8 July 2018

एहसास

जब भी देखा है तुम्हें  अपनो मे देखा है
अपने दिल मे तुम्हें हमने आइने कि तरह रखा है
तुम ना मानो ना सही हमने तो तुम्हें चाहा है
हर साँस मे मैने तेरी साँसों को रखा है
मोहब्बत मिल नही जाती ढूंढने से
हमने तो तुम्हें अपने दिल मे दबा रखा है

                          रश्मि

Thursday 5 July 2018

चाहत

जी चाहता है आज फीर तुमसे मौहब्बत कर लूँ


थोड़ी सी आज फिर शरारत कर लूँ
तुम ही हो जीसने मुझे जीना सीखाया
तुम ही हो जीसने कुछ करना सीखाया
आज फिर चाहती हूं कुछ नया कर लूँ
हाँ फिर तुमसे आज मौहब्बत कर लूँ
कुछ तो बात है तुममें जरुर
आज उसे तो ढूंढ लूँ
हाँ आज फिर तुमसे मौहब्बत कर लूँ
                          रशमी

मोहबब्त

ना कोई शीकवा ना कोई शीकायत होगी
आज की रात तो बस महोबबत होगी
आखों मे तेरे शरारत सी है
दिल मे तेरे कुछ हरारत सी  है
सभालो इसे कुछ कर गुजर ना जाए
आज की रात तो कूछ कयामत सी होगी
ना कोई शीकवा ना कोई शीकायत होगी


                          रशमी Nikki

जिदंगी


जिंदगी तु बता इतना विरान सा कयों है
इस भरी महफील मे तु ईतना अकेला सा कयों है
हर शकस अपनो में खोया है
हर शकस इतना बेगाना सा कयों है
                           
                          रशमी   Nikki 
Hi I am Resmi come back here

नपुंसक रोली ने आज फिर अपने ही कमाये पैसे पति से मागें तो  उसपर बहुत चिल्लाने लगा और हाँथ भी उठाया।रोली आज कुछ विचलीत थी उसे फैसला लेना ही ...